इस बार चूड़धार यात्रा 15 दिसंबर तक जारी रहेगी। ऐसा पहली बार हो रहा है जब यात्रियों को दिसंबर माह में भी चूड़धार यात्रा करने का अवसर प्रदान होगा। पिछले 16 दिनों से चूड़धार में मौसम पूरी तरह साफ है जिसके कारण अभी भी भारी संख्या में श्रद्धालु वहां पहुंच रहे हैं। आमतौर पर चूड़धार यात्रा पर प्रशासन की ओर से 30 नवंबर को रोक लग जाती है, मगर इस बार मौसम साफ रहने व पियाशाली के लिए भारी संख्या में चूड़धार पहुंच रहे श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए प्रशासन ने यात्रा की समय अवधि 15 दिसंबर तक बढ़ाने का फैसला लिया है। ऐसा पहली बार हो रहा है जब दिसंबर माह में श्री श्रद्धालु चूड़धार में शिरगुल महाराज के दर्शन कर सकेंगे।
समुद्र तल से 11985 फुट की ऊंचाई पर स्थित चूड़धार चोटी पर आमतौर पर अक्तूबर महीने में ही बर्फ गिरने शुरू हो जाती है। दिसंबर व जनवरी में चूड़धार में भारी बर्फबारी होती है। इन दो महीनों में हर साल चूड़धार में 15 से 20 फुट बर्फ गिरती है। जिसके कारण प्रशासन की ओर से हर वर्ष 30 नवंबर को चूड़धार यात्रा पर रोक लगाई जाती है। इस बार मौसम साफ रहने व पियाशाली के लिए भारी संख्या में चूड़धार पहुंच रहे श्रद्धालुओं की अपने आराध्य देव के प्रति भारी आस्था को देखते हुए शिमला जिला के प्रशासन ने पहली बार 15 दिसंबर तक यात्रा को जारी रखने का फैसला
लिया है।
15 दिसंबर के बाद मंदिर के पुजारी समेत मंदिर का पूरा स्टाफ अपने घर चला जाएगा। पुजारी व स्टाफ एक मई को ही वापस चूड़धार लौटेगा। प्रशासन की ओर से चूड़धार में ढाबे व दुकान करने वाले दुकानदारों को भी साफ निर्देश दिए गए हैं कि 15 दिसंबर के बाद अभी दुकानदार अपने घर चले जाएं। 15 दिसंबर के बाद स्वामी कमलानंद गिरी चूड़धार स्थित स्वामी श्यामानंद आश्रम में मई तक अकेले ही रहेंगे। उधर, इस संबंध में एसडीएम चौपाल चेत सिंह ने बताया कि इस बार चूड़धार में अब तक कम बर्फबारी हुई है। पिछले कई दिनों से मौसम भी साफ चल रहा है। पियाशाली के लिए भारी संख्या में चूड़धार पहुंच रहे श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए यात्रा को 15 दिसंबर तक जारी रखने का फैसला लिया गया है। (एचडीएम)